अगर आपसे कोई ये सवाल पूछे के आप भारत के राष्ट्रीय प्राणी यानी की बाघ के बारे में क्या जानते है ? या भारत के बंगाल टाइगर के बारे में बताओ ? तो आपका जवाब क्या होगा ?
जाहिर सी बात है अगर आपको वन्यजीवों से लगाव है और इसके बारे में जानकारी रखना आपका शौक है तो आप इसका जवाब आसानी से दे सकेंगे.
लेकिन अगर आपके पास बंगाल टाइगर के बारे में जानकारी नहीं है तो आपके लिए ये पोस्ट जानकारीपूर्ण और उपयोगी हो सकती है.
बंगाल टाइगर के बारे में बताओ – बंगाल बाघ
बिल्लियों की लगभग 36 से ज्यादा प्रजातियां है और उन सब में बाघ सबसे बड़े आकार की प्रजाति है. आजतक की एक रिपोर्ट के अनुसार भारत के 17 राज्यों में रॉयल बंगाल टाइगर प्रजाति के बाघ पाए जाते है. विशेषकर मध्यप्रदेश में. मध्यप्रदेश को तो “टाइगर स्टेट” भी कहा जाता है.
जंगल में ऊँची आवाज में दहाड़ने वाले 4 मुख्य हिंसक जानवरो में शेर, तेंदुआ, जेगुआर के साथ बाघ भी है. बाघ के बारे में ये कहा जाता है की उसकी दहाड़ करीब 4 किलोमीटर की दूर सुनाई देती है.
भारत में पाए जाने वाले बंगाल टाइगर जिसे पेंथेरा टाइग्रिस भी कहा जाता है भारत के अलावा बांग्लादेश, नेपाल, भूटान, म्यांमार और दक्षिण तिब्बत के तराई वाले जंगलों में भी रहते है.
बाघ के बारे में जानकारी हिंदी में
वर्तमान में भले ही बाघ भारत का राष्ट्रीय प्राणी हो लेकिन 1972 तक भारत का राष्ट्रीय प्राणी बाघ नहीं बल्कि शेर हुआ करता था.
असल में सन 1969 में देश के वन्यजीव बोर्ड ने शेर को देश का राष्ट्रीय पशु घोषित किया था. हांलाकि बाद में ब्रश 1972 में शेर के स्थान पर बाघ को राष्ट्रीय पशु घोषित किया गया. साथ ही इसी साल यानी 1972 में ही भारत सरकार के “प्रोजेक्ट टाइगर” की शुरुआत की गई जो किसी बड़े जंगली जानवर को बचाने की परियोजना थी.
हांलाकि बाद में राज्यसभा के सांसद परिमल नथवानी ने नेशनल बोर्ड फॉर वाइल्ड लाइफ को एक बार फिर बाघ की बजाय शेर को राष्ट्रीय पशु बनाने का प्रस्ताव दिया था हालांकि ये प्रस्ताव को मंजूरी नहीं दी गई.
बंगाल टाइगर कहां मिलता है ?
वैसे तो टाइगर जिसे पेंथेरा टाइग्रिस के नाम से भी जाना जाता है वह भारत के अलावा बांग्लादेश, नेपाल, भूटान, म्यांमार और दक्षिण तिब्बत के तराई वाले जंगलों में भी पाए जाते है. इसके अलावा भी भारत के लगभग 16 अलग अलग राज्यों में बंगाल टाइगर रहते है.
किस वन में रॉयल बंगाल टाइगर पाया जाता है ?
पश्चिम बंगाल के कोलकाता के पास सुंदरवन डेल्टा में स्थित सुंदरवन नेशनल पार्क में रॉयल बंगाल टाइगर की संख्या 100 से अधिक है. सन 1973 में मूल सुंदरवन बाघ रिज़र्व क्षेत्र का कोर क्षेत्र तथा सन 1977 में वन्य जीव अभयारण्य घोषित किया गया था. बाद में 4 मई 1984 को इसे नेशनल पार्क का दर्जा दिया गया. 1987 में यूनेस्को की वर्ल्ड हेरिटेज साईट में भी सुंदरवन को स्थान दिया गया था.
भारत में सबसे ज्यादा बाघ कहां पाए जाते हैं ?
भारत के मध्य प्रदेश और कर्णाटक में बाघों की सबसे ज्यादा आबादी पाई जाती है. इस राज्य में लगभग 500 से अधिक बाघ रहते है. वर्ष 2018 के आंकड़ों के अनुसार भारत के अलग अलग राज्यों में बाघ की संख्या निम्नलिखित थी.
राज्य | बाघों की संख्या |
आसाम | 190 |
अरुणाचल प्रदेश | 29 |
आंध्र प्रदेश | 48 |
बिहार | 31 |
छत्तीसगढ़ | 19 |
गोवा | 03 |
झारखण्ड | 05 |
कर्णाटक | 524 |
केरल | 190 |
मध्य प्रदेश | 526 |
महाराष्ट्र | 312 |
ओडिसा | 28 |
राजस्थान | 91 |
तमिलनाडु | 264 |
उत्तराखंड | 442 |
उत्तर प्रदेश | 173 |
पश्चिम बंगाल | 131 |
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FAQ
बाघ क्या खाता है – बंगाल टाइगर के बारे में बताओ
टाइगर यानी बाघ की सूँघने, सुनने और देखने की क्षमता बहोत ज्यादा होती है और अपनी इसी क्षमता से वो मुख्य्तः हिरण, जंगली सूअर, सांभर, भैंसे, चीतल, गौर और इंसानो के पालतू पशुओं का शिकार कर भोजन करता है.
बाघ की किस प्रजाति की संख्या सबसे अधिक है
विश्वभर में बसने वाले बाघों की संख्या के लगभग 70 प्रतिशत से ज्यादा बाघ अकेले भारत में पाए जाते है. और भारत में रहने वाली बाघ की प्रजाति रॉयल बंगाल टाइगर है जिसे पेंथेरा टाइग्रिस के नाम से भी जाना जाता है. इस हिसाब से माना जाए तो विश्व में रॉयल बंगाल टाइगर यानी पेंथेरा टाइग्रिस प्रजाति के बाघ सबसे अधिक है.
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